18 वर्ष से ऊपर का आधार कार्ड बनने के लिए नई व्यवस्था लागू की गई। उनका आधार कार्ड अब तहसील से सत्यापन के बाद ही बनेगा। आधार बनाने के लिए पासपोर्ट की तर सत्यापन की प्रक्रिया से गुजरना होगा।
18 वर्ष से ऊपर के जिन लोगों का आधार अभी तक नहीं बना है, उनका आधार कार्ड अब तहसील से सत्यापन के बाद ही बनेगा। यानी बालिग लोगों को पहली बार आधार बनाने के लिए पासपोर्ट की तरह सत्यापन की प्रक्रिया से गुजरना होगा। प्रदेश में यह नई व्यवस्था बुधवार से लागू हो गई है। एसडीएम स्तर से सत्यापन के लिए यूआईडीएआई (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) का सर्विस प्लस पोर्टल शुरू हो गया है। नया आधार नामांकन कराने वाले 18 वर्ष से ऊपर के लोगों का आधार एसडीएम स्तर पर सत्यापन के बाद ही जारी होगा। इसके लिए जिला स्तर पर एडीएम और तहसील स्तर पर एसडीएम को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। 18 वर्ष से कम आयु के युवक-युवतियों का आधार नामांकन पहले की तरह ही होगा।
केवल पोस्ट ऑफिस व आधार सेवा केंद्र पर ही बनेंगे आधार
यूआईडीएआई के उप महानिदेशक प्रशांत कुमार सिंह ने बताया कि 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को आधार नामांकन केवल जिले के मुख्य डाक घर, उप डाक घर या यूआईडीएआई द्वारा संचालित आधार सेवा केंद्रों पर ही होगा। इस समय प्रदेश ऐसे 1136 केन्द्र संचालित हैं।
आधार बनने में लग सकते हैं 180 दिन
इस नई व्यवस्था के तहत नया आधार जारी होने में 180 दिनों तक यानी छह माह तक का समय लग सकता है। इसके तहत आधार नामांकन (आवेदन) के बाद यूआईडीएआई डाटा गुणवत्ता की जांच करेगा और फिर आवेदन को सर्विस प्लस पोर्टल पर भेज देगा। एसडीएम, पोर्टल पर आए आवेदनों का सत्यापन कराएंगे। आवेदक द्वारा लगाए गए सभी दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन होगा। इसके बाद एसडीएम स्तर से आधार जारी करने की अनुमति मिलेगा। अगर दस्तावेज संदिग्ध या गलत पाए जाएंगे तो आवेदन निरस्त हो जाएगा।उप महानिदेशक प्रशांत कुमार सिंह ने बताया कि यह व्यवस्था केवल 18 वर्ष से ऊपर नया आधार बनवाने वाले लोगों पर लागू होगी। आधार बनने के बाद यह लोग भी सामान्य प्रक्रिया के तहत अपना आधार अपडेट करवा सकते हैं। प्रदेश में 16.55 करोड़ लोगों का आधार बन चुका है