पानी पीने का सुन्नत तरीका PANI PEENE KA SUNNAT TARIKA
pani peene ke tariko mai sabse pahle ye aata hai ki – पानी (water) एक ही साँस ने मत पियो बल्कि पानी (जल) रुक रुक कर दो या तीन साँस में पियो
हमारे प्यारे आका नबीये करीम सल्ललाहु अलैहि व सल्लम ने बर्तन में साँस लेने से मना फ़रमाया यानी गिलास मुँह से हटाकर साँस लेनी चाहिए पानी के छोटे छोटे घूंट ही पिए ( बड़े बड़े घूंट पीने से जिगर की बीमारी पैदा है ) यानी की हार्ट से रेलेटेड बीमारिया जिस्म में पनपती है
पानी हमेशा बैठकर पीना चाहिए
वुजू का बचा हुआ पानी और आबे ज़मज़म का पानी WATER खड़े होकर पी सकते है
पानी पीते वक़्त पानी के गिलास या कोई भी बर्तन हो सीधे हाथ से पकड़ना चाहिए
पानी पीने (pani peene) से पहले बिस्मिल्लाह पढ़ना चाहिए
और जब पानी पूरा पिलो तो अल्हम्दु लिल्लाह कहा करो
अगर दुरूदे पाक पढ़कर पानी पर दम करदो तो कोई हर्ज नहीं
अगर लोटे वगैरा से वुजू किया होतो उसका बचा हुआ पानी पी लेना सत्तर बीमारिया दूर कर देता है अगर कोई नशे का आदि है और वो खुद नशे की आदत को छोड़ना चाहता है तो ऐसे शख्स को चाहिए की वो वुजू लोटे या अस्तावे या जग में पानी लेकर बनाये और जो भी पानी बच जाए उसे नेक नियति के साथ पी ले इंशा अल्लाह उसकी नशे की आदत धीरे धीरे छूट जायेगी ! इंशा अल्लाह
पानी पिने दुआ PANI PEENE KI DUA