मुसीबत के वक़्त (समय) की दुआ – Musibat Ke Waqt Ki Dua Hindi Mein
अस्सलामो अलैकुम मेरे प्यारे-प्यारे भाइयो और बहनो मुसीबत कभी भी बोलकर नहीं आती ! और जब भी मुसीबत आये हमें यह दुआ ( Musibat Ki Dua ) का ज्यादा से ज्यादा विर्द करना चाहिए ! याद रखिये कोई भी दुआ जब दिल से निकलती है तो वह जरूर कुबूल होती है !
बस याद रखिये अल्लाह पर यकीन रखकर इस दुआ का विर्द करे ! अल्लाह तबारक व् तआला हमारी बेहतरी हमसे ज्यादा जानता है !
जब भी किसी मुसीबत, बला या खौफनाक मामला पेश आने का डर या भय हो , या किसी बहुत बडी मुसीबत में गिरफ़्तार हो जाये, तो ज्यादा से ज्यादा ( अधिक से अधिक ) नीचे की दुआ ( musibat ki dua ) को पढता रहे ! इंशाअल्लाह ! मुसीबत टल जाएगी !
मुसीबत के वक़्त (समय) की दुआ –
हस्बु -नल्लाहु वनिअ-मल वकीलु+अ-लल्लाहि त-वक्कलना
तर्जुमा – हमारे लिये अल्लाह काफी है और वह बहुत ही अच्छा वकील हैं + अल्लाह पर ही हम ने भरोसा (यकीन) किया है।
( सूरः आले इमरान-173 )
इस दुआ के साथ साथ दुरूदे तु नज्जीना (darood e tanjeena) अगर याद होतो तो ! इसे पढ़ने से भी इंशाअल्लाह ! बड़ी से बड़ी मुसीबत भी टल जाएगी !