दुआ निस्फ़ शाबान हिन्दी में – Dua e Nisf Shaban In Hindi
15वीं की रात मग़रिब की नमाज़ के बाद छ: रकअत तीन सलाम से पढे ! पहली मर्तबा लम्बी उम्र की नियत से, दूसरी बार बला दूर होने , तीसरी बार मुहताज न होने की नियत से पढे ! हर दो रकअत के बाद सूर: यासीन एक बार, या सूर: इख़्लास 21 बार पढे ! और इसके बाद आधे शअबान की यह दुआ निस्फ़ शाबान ( Dua e Nisf Shaban ) पढे :
15 शाबान शबे बरात को यह दुआ जरूर पढ़ना चाहिए ! ये बड़ी बरकत वाली फ़ज़ीलत वाली दुआ है ! दुआ निस्फ़ शाबान पढ़ने से पहले और बाद में दरूद शरीफ जरूर पढ़े
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अव्वल आखिर दरूद शरीफ पढ़े
Dua e Nisf Shaban In Hindi
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम
अलाहुम्मा या ज़ल् मन्नि वला यु-मन्नु अ़लैहि ०
या ज़ल्-जलालि वल् इक्रामि 0 या ज़त्तोलि वल् इन्अ़ामि ०
ला इलाहा इला अन्त ज़ह्-रल्लाजी-न ०
वजारलमुसत-जीरीना व अमा-न-अलखाइफ़ीना 0
अल्लाहुम्म इन् कुन्त क-तब् तनी
इन्द-क फ़ी उम्मिल् किताबि शक़िय्यन् औ मह्रू-मन्
औ मत्रु-दन् औ मु-क़त्त-रन् अ़लय्य फ़िर्रिजि़्क 0
फ़म्हु अल्लाहुम्म बि फ़जा़लि-क शक़ावती व
हिरमानी व तर्दी वक्तिता-र रिज़क़ी 0
व-अस्बित्नी इन्द-क फ़ी उम्मिल् किताबि
सई-दम्मरजू-कम मुवफ्फिकल लिल्ख़ैराति 0
फ इन्नका कुल्ता व कौलु-कल् हक़्कु 0
फी किताबि-कल् मु-नज़्ज़लि 0
अला लिसानि नबीय्यि-कल् मुर्-सलि 0
यम्हुल्लाहु मा यशाउ वयुस्बितु व इन्दहू उम्मुल किताबि 0
इलाही बित्तजल्लि यल् आज़मि 0
फ़ी लै-लतिन्निस्फि मिन शह्रि शअबा-नल् मुकर्रमि अल्लती
युफ़ रकु फ़ीहा कुल्लु अम्रिन हकीमिंव व युब्रमु 0
अन् तक्शि-फ़ अ़न्ना मिनल् बलाइ वल् बल्वाई मा नअ्-लमु
वमा ला नअलमु वमा अन्ता बिही आलमु 0
इन्नका अन्तल अअज़्जुल अक-रमु 0
वसल्ललाहो तअ़ाला अ़ला सय्यिदिना मुहम्मदिव
व अ़ला आलिही व सहबिही व सल्लम 0
वल हम्दु लिल्लाहि रब्बिल् अ़ालमीन 0