नमाज़ में अत्तहिय्यात पढ़ने का सही तरीका – Attahiyat In Hindi For Namaz
जब तशह्हुद – tashahhud में कलिमा ला पर पहुँचे तो दाहिने हाथ की बीच की उंगली और अंगूठे का हल्क़ा बनाए ( यानी की सीधे हाथ की सबसे बढ़ी ऊँगली बीच वाली और अंगूठे के सिरे को मिलाले ) और लफ्ज़े ला पर कलिमे की उंगली उठाए यानी की अशहदु अल्ला {ला} पर सीधे हाथ की शहादत की ऊँगली इस तरह उठाना है की अंगूठा और बिच की सबसे बड़ी वाली उंगली के पेट दोनों मिलाना है ! और शहादत की ऊँगली ऊपर करना है। और इल्लल्लाहु पर गिरा दे !
फिर सब उंगली फौरन सीधी कर ले, अगर दो रकाअत ? वाली नमाज़ है ! तो फिर अत्तहिय्यात ( attahiyat ) के बाद दुरूद शरीफ़ और दुआ पढकर सलाम फेर दे ! आंर अगर तीन या चार रकाअत वाली नमाज़ है ! तो अत्तहिय्यात के बाद अल्लाहु अकबर कहकर खडा हो जाए !
अत्तहिय्यात क्या है ? What Is Attahiyat ?
अशहदु अल्ला इलाहा इल्ललाहु व अशहदु अन्ना मुहम्मदन अब्दुहू व रसूलुहु *